हे जटाधारी, हे नाथों के नाथ कुछ रचना नई रचाओ, कुछ नया न सही कम-से-कम पुराना ही रूप दिखाओ जो सृष्टि सो चुकी है किसी अंधकार में, अब आ कर उसका उद्धार कर जाओ (हे जटाधारी, हे नाथों के नाथ अब आ भी जाओ) 🔱☀ॐ भगनेत्रभिदे नमः☀🔱 #सावन #शिव #जटाधारी #हिमान्शु_तोमर