लिखने की.... मैंने तो बस एक पहल किया है, सीखने में वक़्त तो लगता जरूर है !! मगर सीखने लगे हैं हम भी,शब्दों अल्फाज कैसे बुने जाते हैं !! जैसे बिखरे हुए मोतियों से पिरोया जाता है और सुन्दर माला बन जाता है!! लेखन भी कल्पना मात्र है मन की छाया प्रति को शब्दों में पिरोया जाता है!! हमें लगता है लिखते रहने से मन इच्छा शक्ति बढ़ सकती है ये अकल्पनीय है!! ©subhit@143✍️ #lekhakshakti #achievement