तिरे चेहरे, तिरे आरिज़ तिरे गेसू का क्या कहना। तिरे बिखरे हुए इन लहलहाते मू का क्या कहना। तिरी यादें तिरी बातें बहुत ही खूब हैं यारा हिलाल-ए-ईद की मानिंद इन अबरू का क्या कहना। #नासिर ©Nasir Maneri नासिर #RathYatra2021