हम अपनो से दूर क्यों नहीं रह पाते हैं? अपनों के बीच में जो रिश्ता होता है वो एक धागे की तरह होते हैं, और हमारे सब अपने, धागे में पिरोये मोती की तरह... ना धागे के बिना मोती गुंथी जा सकती है, ना मोती के बिना धागा मंहगा बिक सकता है। सारांश मोती गुंथी साधारण सी धागा भी महंगी बिकती है। #AwayFromFamily bat bdi gahri hai......ager riston ki smjh hogi n to smjh m jrur a jayegi...kripya sant mnobhav see pde......🙏🙏🙏🙏#nojoto #family #wordphylosphy #nojotovichar #sayri #kvita