कभी रोते चेहरे पर हंसी खिलाकर देखिये कभी भटके को सही राह दिखाकर देखिये छोडकर ये मंदिर-मस्जिद का चक्कर यारों कभी प्यार करने वालो को मिलाकर देखिये संजय अश्क मिलाकर देखिये