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अरथ-अनरथ स्वबुद्दी से मानुज रहो निकार.... बरस मेघ

अरथ-अनरथ स्वबुद्दी से
मानुज रहो निकार....
बरस मेघ मयुरा नचे
पपीहा देय गुहार.....
अर्चना'अनुपमक्रान्ति'
(व्यक्ति बातों/सन्देशों का अर्थ अपनी बुद्धि/ विवेक के अनुसार ही निकाल पाता है.. जैंसे मेघ बरसने पर मोर नाचता है पर पपीहा गुहारने(जोर से आवज करने) लग जाता है। 
सन्देश-नकारात्मक बुद्धि वालों से दूर रहें🙏'भगवान श्री कृष्ण'🌹

©Archana pandey
  #विवेक