वो बेंच, रास्ते गलियां और बाग, होटल ढाबा , झुग्गी वाली चाय की दुकान, बस ऑटो रिक्शा और पायल वाली पदचाप, कुल्फी चॉकलेट , पानी पूरी का स्टॉल, हर कुछ था है और रहे शायद एक उम्र तक। क्या तुम्हे कुछ भी नहीं याद , वो लम्हे वो जज्बात,। जो अक्सर ही करते हैं परेशान, हरकुछ एक सजीव वस्तु ©AshuAkela #Light #poetry #love #Shayari #intzaar #ashishkishayri #Ashu #AkelaMann