वो ढूंढ़ना चाहती जवाब बूढ़े पीपल में बांधे धागे का, मंदिरों में टेके गए सर का कई तीर्थ यात्राओं का और, कुछ अंध विश्वासों का, जवाब ना पाती तो उठाती सवाल अपने ही कर्मों पर, अक्सर मैं उसे यूं ही पाता हूं, आंखों में उदासी लिए, मन में हजारों प्रश्न लिए, वो ढूंढ़ना चाहती जवाब बूढ़े पीपल में बांधे धागे का, मंदिरों में टेके गए सर का कई तीर्थ यात्राओं का और,