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इश्क_विश्क कुछ समझ नहीं आती ये कम्बक्त दिल को । दू

इश्क_विश्क कुछ समझ नहीं आती ये कम्बक्त दिल को ।
दूर रहे कोसों मुझसे ,क्यूंकि मुझे ज़राहत से बड़ा भय लगता।

                                      @Meri lekhni

©Beauty Kumari 
  #शायरी
#उर्दू #गजल

शायरी उर्दू गजल

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