जब हो दर्द में दिन गम ए सब छोड़ देते है साथ दर्द ए जिंदगी में सब कोई फाख्ता सुनाती नही गीत डाली पे तन्हा कर सजर उड़ जाते है परिंदे सब ©gumnam kavi #तन्हाई_से_सबक