ग्रामीण अर्थव्यवस्था ये कहती है आपके ये बैंकों के ATM तो आज आये हैं आढ़ती उस किसान का पारंपरिक ATM है। किसान को बेटी की शादी करनी हो, भुआ का भात भरना हो, बहन का छुछक देना हो, बच्चों की पढ़ाई करानी हो, बाप की दवा करानी हो किसान सर पर साफा बांधता है और सीधा मंडी में आढ़ती के सामने जाकर खड़ा हो जाता है। आढ़ती किसान को सिर्फ इस विश्वास पर पैसा देता है कि फसल आएगी और किसान बैलगाड़ी या ट्रॉली में फ़सल भर कर उसके पास ले आएगा जिसको बेचकर वो अपना पैसा वसूल कर लेगा।
मैं पूछना चाहती हूं क्या वालमार्ट और टेस्को (आ #farmersprotest#kisanandolan#IndiaWithFarmers#KisanNahiToDeshNahi