ये जो कलम है, इसकी कुछ अलग बात है। अमावस में भी ये, चांदनी से भरी रात है ।। जब पता चला ,इसका जादू मुझे । पहली बार मैं ही ,प्यार करने लगी मैं तुझे।। सच में तू बहुत निराली है। कड़ी धूप में बसंत की हरियाली है।। बस गुजारिश है ,तुझसे मेरा साथ नहीं छोड़ना। जब भटकूं मैं गलत रास्तों पर, आगे आकर मेरे तुम मुझे मोड़ना।। मेरी गलतियों, को मुझे बताते रहना। एक तुम ही तो हो, मेरा बेशकीमती गहना।। #कलम #mypenmywords #yqdidi #aakankshatiwari