काश! इन सर्दियों की तरह तू अक्सर हो एक आध ही बार मुझमें तू मयस्सर हो ठंड से कपकपाती उंगलियों की जो छुअन हो गर्म मोझें सी मेरे तू परस्पर हो । #nammy27 #सर्दियां #तू #yqdidi #bestyqhindiquotes #collab