मेरी नब्ज़ ने रक्त ले जाना छोड़ दिया है जब से महबूब की याद मे खाना खाना छोड़ दिया है ऐ ख़ुदाया अब नजर ए रेहमत कर तेरे बन्दे ने साँस लेना छोड़ दिया है। साँस लेना छोड़ दिया है