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जो कुछ शब्द बोले जाते हैं, उनके स्पन्दन पहले शरीर

जो कुछ शब्द बोले जाते हैं,
उनके स्पन्दन पहले शरीर को,
रक्त को,श्वास को,विचारों
भावों आदि को प्रभावित करते हैं।
अर्थात हमारे अन्नमय, प्राणमय
तथा मनोमय कोश स्पन्दित होते हैं।
अलग-अलग इन्द्रियों पर
इनका भिन्न-भिन्न प्रभाव पड़ता है।
भीतर में हमारी भावनाओं या
नीयत का असर अघिक होता है। 🌹💠#good evening💠🌹
आप शान्त स्वर में बात करके प्रभाव देखिए।
आप आवेश तथा आवेग में बात करके प्रभाव देखिए।
शान्त स्वर में माधुर्य भी आपको दिखाई देगा,
जो आवेश में खो जाएगा।
आवेश भरे शब्द स्वयं का तथा सुनने वाले का भी अहित करते हैं ।
इसी प्रकार सत्य बोलने वाला भी सहज रूप में बात करता है।
हां, मत प्रकट करने वाला अलग हो सकता है।
जो कुछ शब्द बोले जाते हैं,
उनके स्पन्दन पहले शरीर को,
रक्त को,श्वास को,विचारों
भावों आदि को प्रभावित करते हैं।
अर्थात हमारे अन्नमय, प्राणमय
तथा मनोमय कोश स्पन्दित होते हैं।
अलग-अलग इन्द्रियों पर
इनका भिन्न-भिन्न प्रभाव पड़ता है।
भीतर में हमारी भावनाओं या
नीयत का असर अघिक होता है। 🌹💠#good evening💠🌹
आप शान्त स्वर में बात करके प्रभाव देखिए।
आप आवेश तथा आवेग में बात करके प्रभाव देखिए।
शान्त स्वर में माधुर्य भी आपको दिखाई देगा,
जो आवेश में खो जाएगा।
आवेश भरे शब्द स्वयं का तथा सुनने वाले का भी अहित करते हैं ।
इसी प्रकार सत्य बोलने वाला भी सहज रूप में बात करता है।
हां, मत प्रकट करने वाला अलग हो सकता है।