इक रूह के नज़रिए से देख, ये ज़िन्दगी बदल जाएगी... मोहब्बतों की चाशनी में डूबी दुनिया की, हकीकत नज़र आएगी... क्या औकात है तेरी, जो तुझे पता नहीं.., तो दुनिया हर बार तुझे बस ठुकराएगी... खाकर भी ठोकर जो तू मुस्काएगा, तो दुनिया तुझे खुशनसीब बताएगी... इक रूह के नज़रिए से देख, ये ज़िन्दगी बदल जाएगी... इक रूह के नज़रिए से देख, ये ज़िन्दगी बदल जाएगी... Rj Prashant नज़रिया_ऐ_रूह