कियूँ भटकते हो कहाँ दरबार है तेरा कर लो दर्शन मेरा दिल हरिद्वार है तेरा आँखे मूंद हथेली पे रख लो सहस्त्रा धारा बुला ले अपने पास मैं प्यार हूँ तेरा ~mohammad raza #Hardwar