ना बच्चों को सभ्य माहौल दे पाते हो, ना शौक़ जरूरत की चीज़ों को कहते हो कि हमनें कोई अपना मन नही मारा ये चीजें पाने का तुम्हारा हक था, पढ़ाई नहीं करा पाते हों,करा दो तो इतनी सी पढ़ाई से केवल मजदूरी ही की जा सकती है, अफसर बनने के लिए घर को अच्छा बनाने के लिए शांति से आगे पढ़ाई करनी होती है और जाने कितने समय तक करनी होती है इतनी समझ इतना धैर्य होगा आपमें?
बच्चे चलते फिरते दिखते है आपको तो खुद पर घमंड करते हो देखो बच्चे और परिवार पाल रहे है हम असल में वे जिंदा नहीं होते वे बस समय को देख रहे होते है #Shayari#घरेलूहिंसा#3M#MissionMaanyMaang#मिशनमान्यमांग