जहां झांसी की "मनु उठा तलवार, बनी थी लक्ष्मीबाई , उसी धरा पर आज की नारी फिर क्यों है? सकुचाई, बहुत हो रहे जुलम अब उन पर और बहुत आघात अब क्यों सहे तू अत्याचार ,और क्य दबे तू मन में बात तुमने तो हैं बहुत saha नहीं मिला बराबर का मान ,मिला कदम अब पुरुषों से बड़ा ,नारी का सम्मान ,याद करो, उसे नारी को जो लाई थी, देश में आंधी बनी देश की पहली मुखिया," पहली इंदिरा गांधी", मान बढ़ाया, जिसने देश का देकर अपना स्वर कहते हैं जिनको स्वर कोकिला नाम लता मंगेशकर ,याद कर उन्हें नारी को बरहा अब इच्छा शक्ति, निकल आ परदे के ,बाहर बन जा देश की प्रगति"" ©Mau Jha naari 💪🔪🏑🏒🪚🔧🪛