।। खेल खेल में ।। दास्तान पुराने हैं इस नई कहानी में रंग सब खुल ही जाते हैं जब मिलते हैं पानी में सब भूल जाएंगे यह मतलब का दौर है तुम बेफिक्र रहना अपने ही रवानी में इसमें आश्चर्य करने जैसा कुछ भी नहीं गलत लोगों की से दोस्ती हो ही जाती है जवानी में फूलों का शौक , फूल ही लगाए हैं पर कांटो का भी तो वजूद होगा तेरे इस बागवानी में मोहब्बत करने जा रहे हो तो इतना याद रखना मझदार पर उसे छोड़ ना देना ,अपने दिल को बहलाने में इल्तिज़ा है उनकी , कि मिल जाए रहनुमा उन्हें सोचकर पुकारना, की आसां बिल्कुल नहीं है , रिश्तो को निभाने में इस दिल्लगी से तुम्हारा वक्त तो गुजर जाएगा पता है कुछ समय बाद मन होगा , नये शौक को आजमाने में @ विकास #SilentWaves खेल खेल में