ये वादियाँ क्या कहती है, प्रीत दिल में रहती हैं| ये हवाएँ, ये घटाएँ ये महकती फिजाऍं|| तेरी ही आहटें हैं, तेरी सदाएँ हैं | हर साँस में हर बात में || तेरा ही अक्स हैं, ©Sunita Singh ये वादियाँ