नफ़रतों की आग लेकर... आज की 👉सियासत चलती है। सबको धरा की हररंग पसंद है मगर रंगों में इन्सानियत👉मज़हब को ढूंढती है। जलाती चिंगारी आम घरों को... कहा सियासत के👉हुक्मरानों के घर तक पहुंचती है। हम मजहबी होकर आपस में लड़ते... और सड़कें अपनों के👉 लाल रक्त के धब्बों से पटती है। हम क्यों नहीं समझते... हमारे लड़ने से👉नेताओं की सियासत पलती है। ~~शिवानन्द #DelhiBurning #नफ़रतों की आग लेकर... आज की 👉सियासत चलती है। सबको धरा की हररंग पसंद है मगर रंगों में #इन्सानियत 👉मज़हब को ढूंढती है। जलाती चिंगारी आम घरों को...