Nojoto: Largest Storytelling Platform

हो रातों का अंधियारा या दिन की उजली धूप हो ना घूरे

हो रातों का अंधियारा या दिन की उजली धूप हो
ना घूरे मुझको तीखे नैन ना आंखे उनकी धूर्त हो
कोमल नहीं मै अबला नहीं लेकिन नारी का सम्मान हूं
उड़ना मुझे ऐसे जहां में जहां बेटी होना 
आशाओं का एक दीप हो
ना जमाने की कातर नज़रों का खौफ हो
ना कोख में ही दफन होने का डर
बस मिल जाएं वो पंख कि पापा मै भी
चिड़िया सी उड जाऊं
और बेखौ फिरूं मै
फिर चाहे हो रातो का अंधियारा  दिन की उजली
धूप हो

"सलोनी" #बेखौफ
हो रातों का अंधियारा या दिन की उजली धूप हो
ना घूरे मुझको तीखे नैन ना आंखे उनकी धूर्त हो
कोमल नहीं मै अबला नहीं लेकिन नारी का सम्मान हूं
उड़ना मुझे ऐसे जहां में जहां बेटी होना 
आशाओं का एक दीप हो
ना जमाने की कातर नज़रों का खौफ हो
ना कोख में ही दफन होने का डर
बस मिल जाएं वो पंख कि पापा मै भी
चिड़िया सी उड जाऊं
और बेखौ फिरूं मै
फिर चाहे हो रातो का अंधियारा  दिन की उजली
धूप हो

"सलोनी" #बेखौफ
slni2885223322902

slni

New Creator