हमने कहा और दीदार हो गया नजरे गुमसुम और प्यार हो गया ख्वाब अधूरे और इजहार हो गया राहों में उनकी इंतजार हो गया मुद्दते इश्क और तलबगार हो गया भूलना था जिसे वो सरकार हो गया चोर से चोरी और साहूकार हो गया बिजली सी चमक और चमत्कार हो गया रौनक किस्मत की और गुल बहार हो गया दिल आपका और समय पतवार हो गया ©Sanidhya Mangal #Shayari #Shayar #nojotohindi #Poet #Poetry #Trending #sanidhyamangal #OneSeason