raat quotes यादों का क्या है ये तो कभी भी आ जाती है.. कभी हँसाती है तो कभी रूला जाती है.. ये तेरी यादें यूँ ज़िहन में समा जाती है... मानो गले मिलकर मुझसे क़जा जाती है... जब भी ज़िक्र होता है जानाँ वादा ए वफा़ का... तुम याद बेहद आती हो मेरी जाँ जाती है.. सहर ओ शाम इंतिज़ार रहता है उनके जवाब का... रोज़ाना ही मेरे पैग़ाम लेकर सबा जाती है.. मैंने करके कोशिशें लाख परख लिया 'कृष्ण'... ना वो आती है ना उसकी निशाँ जाती है.. @ शर्मा जी.... #NojotoQuote क़जा=मौत सबा=प्रातः काल की हवा #यादों_का_क्या