आपके आवाजों की कुछ इस तरह हो गई , कि वो आवाजें बिना सुने सुकून ही नहीं मिलता, डूबकर देखा था मैंने आपकी आंखों में कभी, कि उन आंखों में खुद के अलावा कभी, किसी और को नहीं देखा था।। ©Ritika pandey #talab