प्रश्न तुम कहाँ रहते हो ? इतने दिन! पाँच साल लंबे दिन ! पाँच साल लंबी रातें! किस खोह में बैठते हो? नंगे विचारों, खोखले हाथों, शायराना अंदाज़ों वाले वादों के साथ....? जो तुम पाँच साल..... लगातार..... बलात्कार करते रहते हो- संविधान का ??? उसीका एक चिथड़ा लेकर आते हो न, हमारे पास! पांच साल बाद!! नदियों के उफान , भारी बारिश, सुखाड़, महामारी, अकाल, भूख और ऐसे ही न जाने क्या -क्या? कितनी-कितनी आपदाओं के साथ... तुम फिर दौड़े चले आते हो, पाँच साल बाद। क्यों?? केवल इसीलिये न, ताकि तुम फिर से एक नया स्वाद (?)चख सको!!! ©kesaravinash kesar #promiseday