हमारी कहानी का आखरी पन्ना, लिखे हम दर्द भरे अल्फाजों से, फिर शायद यह वक़्त ना रहे, और शायद मेरी कलम में स्याही ना रहे। प्यार के एहसासों से घिरे हम, प्यार के रंग में ही डूब गए थे हम, सच्चे जज्बातों की नैया लेकर, निकले थे किनारे की खोज में हम, प्रेम से आगे बढ़कर, पवित्र रिश्ता निभाने चले थे हम। लेकिन जो हमारा दिल चाहे वो, दुनिया की गर्दिश में मुकम्मल नहीं होता, ना जाने कब कहां से, वक़्त की सुई घूम जाए पता ही नहीं चलता। जीना सिखाया मुझे उसने, प्यार करना सिखाया मुझे जिंदगी से, अब उसके जाने के बाद, जिंदगी भी सिखाएगी मुझे अकेलापन, दर्द की खुमारी और जख्मों का मंज़र। तुम अगर रुकते, तो वापस कभी नहीं जा पाते, अच्छा हुआ आखरी मुलाकात में, तुमने पीछे मुड़कर नहीं देखा, नहीं तो मैं तुम्हें जाने नहीं देता। ♥️ Challenge-814 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।