#दुल्हन *************** सज़ा के हाथ उसने अपनी लकीरों को छुपाया था। बना के मेहंदी उसने अपनी मोह्बत को मिटाया था। दीवारें लगी है जात-पात की मजदूर ने पक्का सिमेंट लगाया था। टूटी नहीं है आज भी लगता है दिल तोड़ने का मार्ग बनाया था पल पल देकर उसने प्यार को हर पल साथ निभाया था। कैसे छोड़े मंडप पाईं पाई जोड़कर बाप ने भी तो कमाया था। जुकाकर नयन उसने कदम मंडप की और बढ़ाया था। निकालकर अंगूठी उसने मंगलसूत्र अपनाया था। शीशा बोला दुल्हन की विवशता।🖤 #endlove #poemlover #The_lost_life Sudha Tripathi indira कवि राहुल पाल