प्रेम में कुछ सवाल जहा प्रेम है , वहा संमान हैं जहा छल है ,वहा प्रतिकार है जहा मान है , वहा अपमान भी है , जहा संघर्ष है ,वही परिकाष्ठा भी है , जहा निर्भयता है ,वही समाझ की बेड़िया भी है ! "नहीं !" "विचार करो ! किया वाश्तव में आएसा नहीं?" ...कवी सोनू प्रेम में सवाल