गुरुर किस बात का हैं लोगों को, की बेटा बुढ़ापे का सहारा बनेगा, जमाना भूल जाता हैं, बेटा तो बस नाम का हैं, असलियत तो ये हैं जनाब, बुढ़ापे का सहारा बहु या बेटी ही होती हैं | ©Sonam kuril #बुढ़ापे_का_सहारा #बहु #बेटी