हमारी पेशानी पर सितारा बने । जो यहां नक्श ए लब तुम्हारा बने । हम तो मिट्टी हैं सिर्फ़ मिट्टी हैं । आप जो छूं लें तो कुछ हमारा बने । # ख़्वाजा तारिक़ उस्मानी # ©Azeem Khan #ख़्वाजा तारिक़ उस्मानी # poetry