न जाने ज़िन्दगी में फिर ऐसी सौगात कहाँ मिलेगी, तुम में थी जो बात, न जाने वो बात कहाँ मिलेगी। मैं तो मुसाफिर हूँ, गुजर ही जाऊँगा वक़्त के साथ, न जाने राहों में फिर ऐसी मुलाकात कहाँ मिलेगी।। #yqzindagi #yqsaugat #yqbaat #yqmusafir #yqvakt #yqraho #yqmulakat