लोग कहते है हम मुस्कुराते बहुत है और हम थक गए दर्द छुपाते छुपाते खुश हूं सबको खुश रखता हूं लापरवाह हूं,फिर भी सबकी परवाह करता हूं.... चाहता हूं कि सारी दुनिया बदल दू पर दो वक्त की रोटी की जुगाड से, फ़ुरसत नहीं मिलती दोस्तों. Hindi kahani