उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव संपन्न हो गया है सभी एग्जैक्ट पोल भाजपा के द्वारा सत्ता में आने की भविष्यवाणी कर रहे हालांकि उसकी हकीकत 10 मार्च को सामने आ जाएगी इस चुनाव के दौरान प्रदेश के अवैध और पूर्व चलकर कई जिलों में जाने का अवसर मिला उत्तर प्रदेश के काशीराम के उदय के बाद सब बता हर पल अवसर होंगे जब दलित के मतदाता बड़ी संख्या में बसपा के छोड़ किसी अन्य दल की ओर जाते दिखाई देंगे तो कुछ लोग इस मान्यता की अपील से जोड़कर देखते सकते हैं इनके बाद सपा को हराने के लिए भाजपा को समर्थन देने की बात कहीं और इसका एक बड़ा कारण ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचे केंद्र सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ हो सकता है कि मायावती मजबूती से लड़ते तो दलित महिला मतदाता से भी बोल कर उनकी ओर चलते लेकिन जो फिलहाल तो बड़ी संख्या में भाजपा की ओर जाते दिखाई दे रहे चुनाव विश्लेषकों के अनुसार यदि मतदाता इधर से उधर से उठा दो सीटों की संख्या बड़ा फर्क पड़ता स्थिति को सत्य माने तो एक बार ग्रामीण क्षेत्र में 50 से 80 फिर भी तक मतदाता भाजपा का प्रमुख रस छोड़कर भाजपा की ओर जाते रहे इसके परिणाम का अंदाजा लगाया जा सकता है इस बार चुनाव प्रक्रिया की शुरूआत होते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव की ओर से बाबा बांधी गई कि मुसलमान तो उनके साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग ओबीसी के अन्य सभी जातियों की उसके साथ लेकर जमीन पर दावा हवाई सबूत होता दिखाई दे ©Ek villain #यूपी में दिखे नए समीकरण #Moon