तुम भी अधूरे हो न इसलिए वक़्त भी तो अधूरा है ना। क्या पता है तुझे? की अब भी जब तुझे कोई गलत निग़ाह से देखता है तो उतना ही गुस्सा करता हूँ जितना तब किया करता। क्या पता है तुझे? अब भी कोई बेस्ट फ्रेंड का नाम मुझसे पुछता है तो तेरा ही नाम मेरे जुबां पर आता है। -विनीत कुमार तुम भी अधूरे हो न इसलिए वक़्त भी तो अधूरा है ना। क्या पता है तुझे? की अब भी जब तुझे कोई गलत निग़ाह से देखता है तो उतना ही गुस्सा करता हूँ जितना तब किया करता। क्या पता है तुझे?