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White सावन खनक उठती है चूड़ियाँ, बज उठते हैं पायल

White सावन

खनक उठती है चूड़ियाँ, बज उठते हैं पायल झूम के, मचल के, चल के, जब आता है सावन

रचती है हाथों में मेंहदी, सजती है कानों में बालियां कहता है कुछ, आँखों का काजल, जब आता है सावन

अंगड़ाई लेते है शाखों से पत्ते, बलखाती है डालियां हर फूल, हर कली, मुस्कुरा उठते हैं, जब आता है सावन

सजते हैं झूले बागों में, कोयल गाती है गाना, रागों में मोरनी मचल के नाच उठती है, जब आता है सावन

फैली घास की हरी चादर, अनायास ही मन मोह लेती है धरती का चेहरा भी खिल उठता है, जब आता है सावन..!!

©Kanchan Agrahari
  #Sad_shayri  Anshu writer  sushil  @_सुहाना सफर_@꧁ঔৣMukeshঔৣ꧂RJ09  - @Hardik Mahajan  Neelam Modanwal ..