नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ । प्रस्तुत है एक स्वरचित भजन। बहुत शुक्रिया बड़ी मेहरबानी, मेरी विनती तू ने सुन ली भवानी। दर पे खड़ा हूँ तेरे बन के सवाली, खुशियाँ अता की तू ने शेरावाली। बहुत शुक्रिया बड़ी मेहरबानी।-1 चढ़ाऊँ भेंट तुमको ध्वजा पान सुपारी, किस्मत भी है दासी आगे तुम्हारी। चढ़ाऊँ भेंट तुमको ध्वजा पान सुपारी, किस्मत भी है दासी आगे तुम्हारी। बहुत शुक्रिया बड़ी मेहरबानी। 2 भटक गया था जब मैं निराशा थी छायी, भक्ति की राह तू ने मुझको दिखायी। भटक गया था जब मैं निराशा थी छायी, भक्ति की राह तू ने मुझको दिखायी। बहुत शुक्रिया बड़ी मेहरबानी-3 बहुत शुक्रिया बड़ी मेहरबानी, मेरी विनती तू ने सुन ली भवानी। दर पे खड़ा हूँ तेरे बन के सवाली, खुशियाँ अता की तू ने शेरावाली। ✍सुमित मानधना 'गौरव', सूरत 😎 ©SumitGaurav2005 #navratri #navratri2024 #sumitkikalamse #sumitgaurav #sumitmandhana #bhajan #भजन #nojotobhajan #sumitgaurav2005