जनवरी लाई मन में एक डर सा कशमकश लेकर आई फरवरी शादी की सौगात मार्च लाया अप्रैल लॉकडाउन की मारामारी मई में उडाए चाट पकौड़ी जून में सही पैसों की लाचारी काम पर जुलाई ले गई अगस्त में हुई त्योहारों की तैयारी सितम्बर ले गया घर से दूर अक्तूबर में आई खुशखबरी नबम्बर बीता ओल झोल में दिसम्बर निकला बेदर्दी कुछ खुशियाँ तो कुछ गम लाया 2020 ने जाने क्या क्या दिखाया.. इस साल जो ख्याब रहे अधूरे 2021 please तू कर देना पूरे #गीत ✍🏻 #आपबीती