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खुशियाँ कितनी उदासी रहती मेरे पास आकर गम बड़े खुश

खुशियाँ कितनी उदासी रहती मेरे पास आकर 
गम बड़े खुश रहें आज कल मेरे पास आकर
कमीं है मुझमे तुम भी हिस्सेदार रहे हो
अब जुड़ने का मन नही होता
थक चुका हूं टुकड़े कई बार होकर 
#गुरप्रीत_सिंह_कंगढ़ Divyansh Narang Dipak Maurya Alka Dua Nikkita(Nk) Shayar
खुशियाँ कितनी उदासी रहती मेरे पास आकर 
गम बड़े खुश रहें आज कल मेरे पास आकर
कमीं है मुझमे तुम भी हिस्सेदार रहे हो
अब जुड़ने का मन नही होता
थक चुका हूं टुकड़े कई बार होकर 
#गुरप्रीत_सिंह_कंगढ़ Divyansh Narang Dipak Maurya Alka Dua Nikkita(Nk) Shayar