बनाकर अश्को को श्याही जो इन्तिज़ार लिखते है बिना निशान के दिल पर वो अक्सर घाव लिखते है जो अपने दर्द के बटवारे का इज़हार लिखते है कलम खंज़र की तरह उनके दिल पर वार लिखते है जो शब्दो की बिना पर लफ़्ज़ों की तकरार लिखते है वो अपने आप पर शब्दो से अत्याचार लिखते है जो लफ़्ज़ों की बिना पर शब्दो की तकरार लिखते है वो फिर भावो की भीनी खुशबू से विचार लिखते है #AhMeD_RaZa_QurEsHi #MiyA #लिखाई #MiyA