तू देता जाता है मगर मैं अपनी झोली छोटी करके फैलाए खड़ी हूँ.... तेरी रहमतों को समेट पाऊँ वो झोली भी तू ही दे मौला मैं मूर्ख अज्ञानी हूँ जिसे ये भी नहीं पता तेरी रहमत पाने के लिए कौन सी झोली फैलानी है..... ©Priyanka Pandit उर्फ़ Pari #nirankari #nirankarimission #nirankariquotes #rahmat