गुल के साथ ख़ार सा सही, रंगों में बेरंग ही सही, जैसी भी राहें, चलते-चलते वो मुझ संग हो गया। वो यहाँ रंग भरते-भरते कितना बेरंग हो गया, बस यही किस्सा उसका अब हम-रंग हो गया। #yqdidi #yqhindi #फूल #रंग