बचपन और बारिश बारिश का आना ,हमारा काम था नहाना, सिर्फ पहन के कच्छा, बूंदों को सहलाना । पानी में कूद कूद के ऊंची छलांग लगाना, कच्ची भीगी मिट्टी में जान भूझकर फिसलजाना , भैंसों के साथ जोहड़ में नंगे नहाना सच में कुछ ऐसा था हमारा, बचपन और बारिश का याराना ।। मेरी डायरी मेरा बचपन