मैं अकेला उदास बैठा था शाम मे कह कहे लगाए थे, है गलत उसका बेवफा केहना हम कहा के धुले धुलाऐ थे,, है गलत उसका बेवफा केहना हम कहा के धुले धुलाऐ थे आज कटों भर्रा मुकद्दर है हमने गुल भी बहुत खिलाए थे! #Aap_Ko_Juma_Bahut_Bahut_Mubarak_ho