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शमा के रोशन होते ही महेफिल में नूर खिलता है (२) मे

शमा के रोशन होते ही महेफिल में नूर खिलता है (२)
में एक परवाना हूं साहब ,बिना खाक़ हुए कहा सुकून मिलता है ? परवाना
शमा के रोशन होते ही महेफिल में नूर खिलता है (२)
में एक परवाना हूं साहब ,बिना खाक़ हुए कहा सुकून मिलता है ? परवाना