लाज बचा ली मेरी आपने प्रभु जी, वरना आज मैने इज्जत गवाई होती , अधर्म की बेड़ियों में मैं भी बन्ध जाती , भक्त की तरह आपसे दुहाई न की होती , दंड देकर बता दो प्रभु इन दुराचारियो को , औरत की इज्जत किसी की कमाई नही होती , #लाज ~अभिषेक✍️