शिद्दत इतनी शिद्दत से उससे मिलने की चाहत थी। कि गले मिलकर ही दिल ने दिल को राहत दी।। एक मुद्दत के बाद सुकून से मैं सो पाया हूं आज, सोते ही मेरी नींदो ने तेरे ख्वाबों को दावत दी।। "शील साहब" #शिद्दतसे