ख़त तेरे नाम का, लिखे क़लम मेरी , दर्द मेरे जाम का, लिखे क़लम मेरी ,क्या है मेरे काम का,लिखे क़लम मेरी । एहसास उस शाम का,लिखे क़लम मेरी, क्या है पता तेरे गाम का,लिखे क़लम मेरी कुछ मालूम नहीं तेरा फिर क्यूं लिखे क़लम मेरी I do not know____ @vikash_mehra_kd_official_ मै और मेरे एहसास