Nojoto: Largest Storytelling Platform

वो वक़्त ना-मुनासिब था call के लिए, तो कोई और वक़्त

वो वक़्त ना-मुनासिब था call के लिए,
तो कोई और वक़्त बता देते call के लिए।

हमने इतंज़ार किया सुबह से शाम तलक,
पर तुम्हे एक लम्हा न मिला call के लिए।

हम उदास परेशान रहे तुमसे बात के लिए,
तुम ज़रिया न निकाल सके call के लिए।

जद्दोजहद करते तो निकल आता जरूर,
हुई ही न कोशिश कल भी call के लिए।

बिखरकर एकबार कल फिर लौटना पड़ा,
तरस गए फिर कल तुम्हारी call के लिए।

नाराज़ शायर Vk Viraz

©V.k.Viraz Sanam shona Neetu Sharma  Devesh Dixit  Shilpa yadav Gori
वो वक़्त ना-मुनासिब था call के लिए,
तो कोई और वक़्त बता देते call के लिए।

हमने इतंज़ार किया सुबह से शाम तलक,
पर तुम्हे एक लम्हा न मिला call के लिए।

हम उदास परेशान रहे तुमसे बात के लिए,
तुम ज़रिया न निकाल सके call के लिए।

जद्दोजहद करते तो निकल आता जरूर,
हुई ही न कोशिश कल भी call के लिए।

बिखरकर एकबार कल फिर लौटना पड़ा,
तरस गए फिर कल तुम्हारी call के लिए।

नाराज़ शायर Vk Viraz

©V.k.Viraz Sanam shona Neetu Sharma  Devesh Dixit  Shilpa yadav Gori
vkviraz9338

V.k.Viraz

Silver Star
New Creator